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26 अप्रैल 2023
शिमला : हिमाचल प्रदेश के लाखों किसानों को राज्य सरकार ने तगड़ा झटका दिया है। कृषि विभाग ने खरीफ फसलों के बीजों की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है । बीजों की कीमतें 15 रुपये तक बढ़ा दी हैं, वहीं सब्सिडी पर मिलने वाले बीजों की मात्रा कम कर सब्सिडी भी कम कर दी है। अब किसानों को सीमित मात्रा में ही सब्सिडी पर बीज मिलेंगे। तय मात्रा से ज्यादा खरीदने पर किसानों को बाजार के अनुसार भुगतान करना होगा।
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केवल इतने किलोग्राम ही मिलेंगे बीज
अब किसानों को बाजरा मात्र डेढ़ किलोग्राम , बरसीम दो किलो, मक्की पांच, धान हाईब्रीड चार, धान इंप्रूवड पांच, चरी पांच, मक्के के घास का बीज पांच, गेहूं 40 और जौई 20 किलोग्राम ही मिलेगी। इससे अधिक की खरीद पर किसान को सब्सिडी नहीं मिलेगी बल्कि उसे इन बीजों के लिए बाजार मूल्य के अनुरूप भुगतान करना होगा । कृषि विभाग के कृषि विक्रय केंद्रों, पंजीकृत निजी बीज डिपो और सहकारी सभाओं के डिपुओं पर बीज की खरीद पर किसानों से आधार नंबर लिया जाएगा और पक्का बिल दिया जाएगा।
इतने रुपए किलो मिलेंगे बीज
मक्की हाईब्रीड का बीज पहले 60 रुपये प्रति किलो मिलता था, लेकिन इस बार 75 रुपये में मिल रहा है। मक्की की अन्य किस्म 49 के बजाय 58 रुपये, बाजरा 52 के बजाय 64 रुपये, चरी 35 के बजाय 44 रुपये, धान का बीज 105 के बजाय 120 रुपये प्रति किलोग्राम मिल रहा है।
बीजों की कालाबाजारी रोकने के लिए उठाया गया यह कदम
कृषि विभाग निदेशक डॉ. राजेश कौशिक ने बताया कि कृषि विभाग के विक्रय केंद्र के माध्यम से मिलने वाले बीज में मात्रा तय की गई है। अधिक बीज खरीदने पर किसानों को सब्सिडी नहीं मिलेगी। सरकार ने इस बार के बजट में जितना पैसा कृषि के लिए रखा है, उसी हिसाब से इसे खर्च किया जा रहा है। इसके अलावा बीजों की कालाबाजारी रोकने के लिए भी यह कदम उठाया गया है।