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7 जून 2023
शिमला : हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 12 जून का दिन ऐतिहासिक रहेगा । देश का भविष्य बच्चे इस दिन हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विधायकों , कैबिनेट मंत्रियों, स्पीकर व सीएम की भूमिका निभाएंगे । प्रदेश विधानसभा में बाल सत्र का आयोजन विश्व बाल श्रम दिवस के मौके पर किया जा रहा है । बाल सत्र का आयोजन करने वाले राजस्थान राज्य के बाद हिमाचल प्रदेश ऐसा करने वाला दूसरा ऐसा राज्य है ।
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इन राज्यों के बच्चे लेंगे भाग
हिमाचल प्रदेश विधानसभा बाल सत्र के लिए हिमाचल के साथ आठ अन्य राज्यों के बच्चे भी भाग लेंगे । यह बच्चे हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों का प्रतिनिधित्व करते हुए नजर आएंगे । बाल सत्र में भाग लेने के लिए सरकारी, गैर सरकारी और स्कूल न जाने वाले 1 हजार 085 बच्चों ने आवेदन किया था । इसमें हिमाचल प्रदेश के अलावा राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, असम और बिहार के बच्चे भी हिस्सा लेंगे ।
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तीन चरणों में हुई चयन प्रक्रिया
बाल सत्र के लिए चयनित किए गए 68 बच्चों को तय प्रक्रिया के तहत चुना गया है । चयन प्रक्रिया तीन चरणों से होकर गुजरी । पहले चरण में वीडियो क्राइटेरिया पूरा करने वाले 585 बच्चों का चयन हुआ । दूसरे चरण में बच्चों की अभिव्यक्ति के आधार पर 285 बच्चों को चाइल्ड पैनल ने चुना । इसके बाद इन 285 बच्चों में से अंतिम चरण में 68 बच्चों का चयन किया गया है ।
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इन मुद्दों पर बच्चों ने की चर्चा
इस चयन प्रक्रिया के वक्त बच्चों ने कई गंभीर मुद्दों पर अपने विचार रखे और अहम सुझाव साझा किए । बच्चों ने हिमाचल में बढ़ती बेरोजगारी, युवाओं के लिए करियर, हिमाचल के किसानों की साझेदारी मार्केटिंग, खेलों को बढ़ावा देने के लिए साप्ताहिक खेल प्रतियोगिताएं, ह्यूमन ट्रैफिकिंग रोकने, राज्य में बसों की बेहतर सुविधा और शिक्षा में सुधार के बारे में विस्तृत चर्चा की । इस प्रक्रिया के बाद ही विधानसभा के इस बाल सत्र के लिए 68 बच्चों का चयन हुआ । अब यह बच्चे 12 जून को विधसभा सत्र में विधायकों व मंत्रियों की भूमिका में नजर आएंगे ।