THE NEWS WARRIOR
12/04 /2022
आईआईटी मंडी ने प्राकृतिक संसाधनों से सीमेंटिंग सॉल्यूशन किया तैयार
पहाड़ों में मिट्टी डालकर किया जा सकेगा मजबूत
भूमि कटान को रोकने के लिए भी यह सॉल्यूशन बेहतर उपाय
मंडी:-
आईआईटी मंडी की शोधकर्ता टीम के निष्कर्ष
इसमें बैक्टीरिया का उपयोग कर मिट्टी के सूक्ष्म छिद्रों में कैल्शियम कार्बोनेट (कैल्साइट) बनाया जाता है, जो अलग-अलग कणों को आपस में मजबूती से जोड़ता है। परिणामस्वरूप मिट्टी/जमीन की पकड़ मजबूत होती है। कैल्साइट प्रेसिपिटेशन एफिसियंसी (सीपीई) कई मानकों पर निर्भर करती है। जिनमें सीमेंट सॉल्यूशन का कंसंट्रेशन, कॉलम से होकर प्रवाह की दर, लागू आपूर्ति दर, पोर वॉल्यूम और रेत के कणों के मुख्य गुण शामिल हैं। शोध में सीपीई पर विभिन्न मानकों के प्रभाव जानने की कोशिश की गई है। इसके सकारात्मक परिणाम निकले हैं। आईआईटी मंडी की शोधकर्ता टीम के निष्कर्ष हाल ही में जियो टेक्निकल एंड जियो इन्वायरनमेंटल इंजीनियरिंग ऑफ अमेरिकन सोसायटी ऑफ सिविल इंजीनियर्स जर्नल में प्रकाशित किए गए हैं।
शोधकर्ताओं ने किया दावा दावा
बड़े हादसे
13 अगस्त 2017 : पहाड़ दरकने से मंडी के कोटरोपी में हिमाचल पथ परिवहन निगम की चंबा से मनाली आ रही बस मलबे में दफन हो गई थी। इस हादसे में 50 लोगों की जान गई।
26 जुलाई 2021: किन्नौर जिले के बटसेरी में पहाड़ से पर्यटकों के वाहनों पर चट्टानें गिर गई थीं। इस हादसे में नौ सैलानियों की मौत हो गई थी।
10 अगस्त 2021 : किन्नौर के निगलुसरी में पहाड़ी दरकने से परिवहन निगम की बस सहित 6 अन्य वाहन भूस्खलन की चपेट आ गए थे। इसमें 28 लोगों ने जान चली गई थी। 13 लोगों को रेस्क्यू कर निकाला गया था।