THE NEWS WARRIOR
18/05/2022
भाजपा ने लेटर किया जारी
अनुशासनहीनता नहीं होगी बर्दाश्त- अरविंद गुप्ता
पांवटा साहिब:-
हिंदू देवताओं को लेकर सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में आरोपी भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा पांवटा साहिब के अध्यक्ष नसीम नाज को भाजपा ने पद से हटा दिया है। इस सम्बंध में लेटर भी जारी कर दिया गया है।
इस बारे में भाजपा मंडल अध्यक्ष अरविंद गुप्ता ने कहा कि नसीम नाज को तुरन्त प्रभाव से पद से मुक्त किया जाता है। जब तक पुलिस कार्यवाही चल रही है, तब तक वे पद पर नहीं लौटेंगे। सदस्यता को भी तुरन्त प्रभाव से रद्द किया गया है। पार्टी इस तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
नसीम नाज की पोस्ट
भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के पांवटा साहिब के अध्यक्ष नसीम नाज ने अपनी पोस्ट में लिखा था कि ज्ञानवापी मस्जिद है, वहां पर कोई शिवलिंग नहीं है। वहां फव्वारा है। इस पोस्ट पर मिक्श्रवाला में सैलून संचालक अरमान मलिक अरमान मलिक उर्फ महबूब ने टिप्पणी की थी। इसमें कहा गया था कि मेरी टॉयलेट शीट पत्थर से बनी है। इसकी भी अंधभक्तों को जांच कर लेनी चाहिए, कहीं वह भी शिवलिंग तो नहीं। इस टिप्पणी के खिलाफ केस दर्ज कराया गया और देर शाम पुलिस ने नसीम व अरमान दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
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समुदायों के बीच तनावपूर्ण माहौल
कमेंट से दो विशेष समुदायों के बीच तनावपूर्ण माहौल पांवटा साहिब और माजरा में पैदा हो गया था। इस टिप्पणी के लिए नसीम नाज के खिलाफ थाना पांवटा व थाना माजरा में केस भी दर्ज कराया गया है। नसीम और अरमान को देर रात ही गिरफ्तार भी कर लिया गया था। क्योंकि हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए थे। वहीं इलाके में तनावपूर्ण होने के चलते पुलिस बल भी तैनात किया गया है। फिलहाल माहौल शांत है।
लोगों का विरोध प्रदर्शन
बता दें कि आरोपी पावंटा साहिब क्षेत्र का रहने वाला है, इसलिए लोगों ने माजरा बाजार और थाने के बाहर मंगलवार को विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी भी की थी। लोगों के जमा होने के बाद डीएसपी ने अतिरिक्त पुलिस फोर्स मौके पर तैनात कर दी है और बातचीत करके उन्हें समझाया। लोगों का कहना था कि नसीम की टिप्पणी से बहुत ठेस पहुंची है। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जाए। आराध्य देवता शिव के स्वरूप शिवलिंग को बहुत ही गन्दे और अभद्र तरीके से एक टॉयलेट के साथ जोड़ा गया है। इससे लोगों मे आक्रोश है। धार्मिक भावना आहत हुई है। इस तरह की टिप्पणी दंगे एवम सामाजिक कलेश को भड़काने के लिए की गई है। पूरा विश्व देवी देवताओं के प्रति अपना आदर व्यक्त करता है। वहीं असमाजिक तत्व जानबूझकर दंगा भड़काने के लिए ऐसी टिप्पणी कर रहे हैं। अगर इस पर कार्रवाई नहीं होती तो लोग मजबूरन सड़कों पर उतरेंगे।
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