The news warrior
10 जून 2023
देश/विदेश : “जाको राखे साईंया मार सके ना कोय” यह कहावत तो सभी ने सुनी होगी । यह कहावत कोलम्बिया में विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के 40 दिन बाद लापता बच्चों को जीवित मिलने पर ठीक बैठती है । इतने घने जंगल में दुर्घटना के बाद बच्चों का जीवित मिलना किसी चमत्कार से कम नहीं है ।
बच्चों का जीवित मिलना चमत्कार से काम नहीं
कोलम्बिया के राष्ट्रपति गस्तावो पेट्रो ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि लापता बच्चों की खोज के लिए बड़े पैमाने पर तलाश अभियान चलाया जा रहा था। उन्होंने बताया कि बचावकर्ता 40 दिन की कड़ी मशक्कत के बाद बच्चों को ढूंढने में कामयाब रहे और अब ये बच्चे चिकित्सकीय निगरानी में हैं। उन्होंने कहा कि इन बच्चों का “इतनी विषम परिस्थितियों में भी 40 दिनों तक जीवित रहना किसी चमत्कार से कम नहीं है” और इनकी कहानी “इतिहास के पन्नों में दर्ज होगी।”
झाड़ियों से बनाया था खुद के लिए घर
1 मई को हुआ था विमान दुर्घटनाग्रस्त
ये चारों बच्चे सेसना के उस एकल इंजन वाले विमान में सवार छह यात्रियों में शामिल थे, जो एक मई को इंजन में खराबी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे के बाद विमान का राडार से संपर्क टूट गया था और सरकार ने यात्रियों को बचाने के लिए बड़े पैमाने पर तलाश अभियान शुरू किया था। तलाश अभियान के दौरान बचावकर्ताओं को विमान में सवार पायलट और दो अन्य वयस्कों के शव जंगल में मिले थे।