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घुमारवीं सीरगंगा पर बना रहा ऐसा देवधाम जानकर आप हो जाएँगे हैरान
*नेहा मानव सेवा सोसाइटी के संस्थापक एवं सचिव पवन बरुर की अनूठी पहल
THE NEWS WARRIOR
GHUMARWIN – 09 -02 -2021
नेहा मानव सेवा सोसाइटी के संस्थापक एवं सचिव पवन बरुर घुमारवीं में सीर गंगा और लोकल भाषा में जिसे सिर खड्ड भी कहते हैं के किनारे एक ऐसा देवधाम बनाने का संकल्प लेकर चलें हैं . जिससे हर तरफ इसकी चर्चा शुरू हो गई है
अकेले इस मिशन को शुरू करने वाले पवन बरुर के साथ लोंगो ने भी अब जुड़ना शुरू कर दिया है.
सीरगंगा एक जीवन दायनी नदी है जो सरकाघाट के आगे से निकलती है व बलगाड़ के पास जाकर मिलती है। इस नदी पर पीने के पानी की कई स्कीमें है। यह रोजाना लाखों लोगों को पानी उपलब्ध कराती है। इस पावन नदी के तट पर सुंदर देवधाम बन रहा है।
आइए आपको बताते हैं कैसा होगा सीरगंगा पर बना रहा देवधाम -:
*सीरगंगा के किनारे किनारे ब्युंस, बणा व बांस जैसे मिट्टी को पकड़ने वाले पौधे लगाये जायेंगे ताकि मिट्टी कटाव को रोका जा सके व पक्षियों के लिये अभयारण्य स्थल बन सके।
*देवधाम में नवग्रह वाटिका बनायी जायेगी जिसमें नवग्रहों से संबधित पौधों के साथ साथ बिल, आंवला, केला व अन्य हर्वल पौधे लगाये जायेंगे।
*जिस स्थान पर देवधाम बन रहा है वहां से पीने का पानी उठाया जा रहा है। देवधाम बनने से इसके इर्द गिर्द सफाई की उतम व्यवस्था की जा रही है व जल को प्रदूषण से बचाया जायेगा ताकि साफ पानी मिल सके।
*देवधाम को पर्यटन स्थल के रुप में विकसित किया जायेगा। 5 सुंदर मंदिर मां महाकाली, महाकाल, बगलामुखी, धर्मराज व श्री नवग्रह को समर्पित होंगे वहीं 16 स्तंभीय यज्ञशाला बनेगी जिसमें प्रतिदिन हवन हुआ करेगा। यहां बनने वाला श्री नवग्रह मंदिर हिमाचल प्रदेश का अपने आप में अलग मंदिर होगा जहां पर सभी 9 ग्रहों को स्थापित किया जायेगा। धर्मराज, महाकाल व बगलामुखी मां के मंदिर भी जिला बिलासपुर में पहली बार बन रहे हैं।
*सुंदर पार्क, पार्किंग की व्यवस्था की जायेगी। एक क्षीर सरोवर का भी निर्माण किया जायेगा जिसमें वहां के प्राकृतिक जल को संरक्षित किया जायेगा। इस पावन सरोवर में मां गंगा हरिद्वार, गोल्डन टैंपल अमृतसर व मार्केण्डय जी से पावन व पवित्र जल लाया जायेगा जिसमें श्रद्धालु स्नान कर सकेंगे। बच्चों के लिये झूले लगाये जायेंगे।
*सीरगंगा के प्रति आदर प्रकट करते हुये रोजाना सीर गंगा आरती की जायेगी।
* देवधाम में महाकाल के रुद्राभिषेक के लिये प्राचीन देशी नस्ल की साहीवाल व थारपारकर की 2 गौमाता रखी जायेंगी। हम अपनी प्राचीन गौमाता को श्रद्धा प्रकट करते हुये उनका पूजन व गोदान भी कर सकेंगे।
*देवधाम मानवता को समर्पित मंदिर होगा। यहां चढ़ाई जाने वाली वस्तुयें जरुरतमंदों को प्रदान की जायेंगी।
आइये हम सभी मिलकर इस अभियान का हिस्सा बन कर मां प्रकृति के प्रति सम्मान प्रकट करें व अपनी सामर्थ्यानुसार योगदान करें। जहां नगर परिषद घुमारवीं पार्क, पार्किंग व अन्य सुविधाओं के लिये सहयोग कर रही है वहीं हम भी देवधाम को बनाने में सहयोग करें।
पवन बरुर की कलम से
“धन्य है आपका योगदान
बन जाएगा सुंदर देवस्थान।
पूजा अर्चना के साथ साथ,
क्षीर घाट पर लोग करेंगे पवित्र स्नान।
“मंदिर में नवग्रह पूजन, धर्मराज व्रत,
उद्यापन और होंगे धार्मिक अनुष्ठान।
और चढ़ावे की राशि से जरूरतमंद लोगों के चेहरे पर आएगी मुस्कान।।
आप सभी से निवेदन है कि घुमारवीं सीरगंगा के किनारे बनने वाले #देवधाम के लिये सहयोग देकर पुण्य के भागी बनें।
पवन बरुर
संस्थापक एवं सचिव
नेहा मानव सेवा सोसाइटी
घुमारवीं जि० बिलासपुर हि०प्र०
8219337757
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