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14 /11 /2022
हिमाचल की आर्थिकी में सेब का बड़ा और अहम योगदान
किन्नौर
हिमाचल की आर्थिकी में सेब का बड़ा और अहम योगदान है और किन्नौर प्रदेश का एक सेब बहुल क्षेत्र है। हर साल किन्नौर में करीब 36 लाख सेब पेटियों का उत्पादन होता है। लेकिन दुर्गम क्षेत्र होने के चलते बागवानों को अपनी सेब की खेती को मंडियों तक पहुंचाने में कई दिन लग जाते हैं जिस कारण बागवानों को फसलों के उचित दाम नहीं मिल पाते। लेकिन अब जल्द ही बागवानों को इस समस्या से निजात मिलने वाली है, क्योंकि अब किन्नौर के बागवान सेब और अन्य नकदी फसलों को मंडी तक पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर सकेंगे।
सेब की पेटी को पहुंचाने का ट्रायल शुरू
विप्रो कंपनी द्वारा किन्नौर के चिनार गांव से ड्रोन के जरिए सेब की पेटी को पहुंचाने का ट्रायल शुरू किया गया था जो सफल रहा है। ट्रायल के दौरान ड्रोन ने निचार के छोत कंडा से निचार मिनी स्टेडियम तक सेब की पेटी के साथ सिर्फ 6 मिनट में 5 घंटे का सफर तय किया। बता दें कि निचार एक दुर्गम क्षेत्र है यहां से एक आदमी को सेब की पेटी के साथ मिनी स्टेडियम तक पहुंचने में करीब 5 घंटे तक का समय लग जाता है। अब जल्द ही इससे बड़े ड्रोन जिसकी क्षमता सेब की चार पेटी उठाने तक की होगी का ट्रायल किया जाएगा। वहीं, ड्रोन के सफल ट्रायल के बाद यहां के बागवानों में भी उम्मीद की किरण जगी है।
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