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22 सितंबर 2023
शिमला : हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में सेवाएं दे रहे मिड डे मील वर्करों ने शुक्रवार को विधानसभा का घेराव किया। प्रदेश के विभिन्न भागों से मांगों को लेकर मिड डे मील वर्कर शिमला पहुंचे हैं । इन्हें पांच माह से मानदेय नहीं दिया गया।
पाँच माह से नहीं मिला मानदेय
उन्होंने कहा कि हिमाचल हाईकोर्ट के 2019 के उन आदेशों को भी लागू नहीं किया जा रहा, जिसमें हाईकोर्ट ने 10 महीने के बजाय इन्हें 12 महीने का मानदेय देने के निर्देश दिए थे। यूनियन की महासचिव ने बताया कि मिड डे मील वर्करों को पहले ही मात्र 3500 रुपए मासिक मानदेय दिया जाता है। उसका भी पाँच महीने से भुगतान नहीं किया गया है । जिससे उन्हें परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो गया है ।
मांगें पूरी न होने पर करेंगे उग्र आंदोलन
उन्होंने बताया कि मिड डे मील वर्करों को न छुटि्टयां मिलती है, न मैटरनिटी लीव दी जा रही है। इससे मिड डे मील वर्कर परेशान है । उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को पूरा न किया गया तो उग्र आंदोलन करेंगे ।