मुख्यमंत्री के दौरे से पहले क्या है ? पालमपुर नगर निगम का गणित !

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मुख्यमंत्री के दौरे से पहले क्या है पालमपुर नगर निगम का गणित

THE NEWS WARRIOR

31 MARCH

 

7 अप्रैल को प्रदेश में चार नगर निगमों के चुनाव प्रस्तावित हैं। यूँ कहें ताकत झोकने का अंतिम राउंड कल से शुरू हो रहा है। इसी कड़ी में वाया धर्मशाला होते हुए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर भी पालमपुर प्रचार के लिए पहुँच रहे हैं। चारों नगर निगमों की बात की जाए तो पालमपुर नगर निगम पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार का गृह क्षेत्र भी है और शायद शांता कुमार ही वजह रहे की पालमपुर को नगर निगम का दर्जा भी मिल गया।
न्यूज़ वारियर टीम मुख्यम्नत्री के दौरे से तीन दिन पहले पालमपुर में सक्रिय है और समाज के विब्भिन वर्गों से फीडबैक लेती रही है।

 

पालमपुर के मतदाता का मन टटोलने से जो भी बाते निकल कर आईं , उन्हें निर्विवाद रूप से न्यूज़ वारियर आपके सामने रख रहा है। न्यूज़ वारियर अपनी तरफ से किसी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा पर जो भी सवाल जबाब और पर्दे के आगे पीछे की चर्चाएं हैं वो सामने हैं।

 

सबसे पहले पालमपुर नगर निगम की बात करे तो शुरुआत पालमपुर विधानसभा से करनी होगी क्योंकि उसी के हिस्से यह नगर निगम भी है। राजनैतिक समझ रखने वाले एक पालमपुर निवासी ने बताया की पालमपुर में दो पार्टियों भाजपा कांग्रेस का ही सिक्का चलता रहा है , उनके अनुसार पालमपुर विधानसभा दो क्षेत्रों में बांटी जा सकती है अगर धर्मशाला की तरफ सड़क से चलने की बात करें तो न्युगल खड्ड पुल क्रास करते हुए जो नगरी चामुंडा गोपालपुर की तरफ बेल्ट है वो भाजपा का गढ़ रही है , इसी के साथ शहर के बीच से गुजरती मॉल खड्ड के पार बैजनाथ रोड की तरफ का जो इलाका राजगीर के से टूटकर पालमपुर में जुड़ा है वो भी भाजपा का अधिक समर्थक करता रहा है।

 

वहीँ न्युगल के दूसरे पुल से बंदला धार की पहाड़ी के गाँव और न्युगल और मौअल खड्ड के बीच में बसा पालमपुर क़स्बा कांग्रेस का गढ़ है।

 

जहाँ तक अब नगर निगम की बात की जाए तो नगर निगम न्युगल और मॉल खड्ड के बीच ही अधिकतर फैला है इसलिए कैडर वोटर के दम पर आंकड़ों की बात की जाए तो कांग्रेस यहाँ स्ट्रांग दिखती है। चूँकि स्थानीय विधायक और अरसे से पालमपुर की राजनीति में प्रभुत्व रखने वाला बुटेल परिवार की रिहायश भी नगर निगम के दायरे में आता है। इसलिए कांग्रेस को एक पॉजिटिव एज मिलता है।

हलाँकि भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार जिनके कारन यह नगर निगम अस्तित्व में आया है वो कितनी भूमिका प्रचार प्रसार में निभाते है यह भी भाजपा के लिए अहम् रहेगा। शांता कुमार के चेले विपिन परमार भी साथ लगती सुलह विधान्सभा से आते है सुलह के कुछ वार्ड भी नगर निगम का हिस्सा हैं।

 

सबसे अहम् बात यहाँ भाजपा कांग्रेस को जो अलग पैमाने पर रखती है वो यह है की कांग्रेस जहाँ बुटेल परिवार के झंडे तले अपना चुनाव लड़ रही है , वहीँ भाजपा में बहुत से नेता अपने अपने समीकरणों से इस चुनाव को देख रहे है। भाजपा की बात करे तो शांता कुमार , विपिन परमार , इंदु गोस्वामी त्रिलोक कपूर , रविंद्र रवि , परवीन शर्मा , घनश्याम शर्मा, दूलो राम जैसे बहुत से चेहरे हैं जिनके अंदरखाते सीधे न सही वाया वाया तरीके से इस चुनाव में हित और अनहित जुड़े हैं। भाजपा में नेताओं की यह लम्बी फेरहिस्त और उनके निजी एजंडे चुनाव में सरगर्मी का माहौल बनाये हुए है।

 

कांग्रेस में जहाँ अधिकांश या यु कहे पूर्णतया टिकट आबंटन बुटेल परिवार के आशीर्वाद से ही तय हुआ है वही , भाजपा में त्रिलोक कपूर की सबसे ज्यादा भूमिका उम्मीदवार तय करने में रही है। त्रिलोक कपूर ने रविंद्र रवि और इंदु गोस्वामी समर्थको को टिकट से काफी हद तक दूर रखा है तो शांता कुमार समर्थक फिर भी थोड़े बहुत टिकट पाने में कामयाब रहे है। राज्यसभा सांसद और पूर्व में विधयक का चुनाव लड़ी इंदु ने फिलहाल अपने आप को इस नगर निगम चुनाव से पूर्णतया दूर रखा हुआ है ,इन्दु तो बाकायदा प्रदेश से बाहर आसाम जैसे राज्यों में चुनावी रैलियां कर रही है परन्तु पालमपुर से गायब हैं।

वही शांता कुमार ने बेशक अपने समर्थको को उम्मीदवार बनवा दिया है पर खुलकर वो भी अभी किसी के प्रचार प्रसार के लिए सामने नहीं आये हैं। यहाँ सबसे बड़ी मार पड़ी है पूर्व मंडल अध्यक्ष सोनी को , जिनका वार्ड ST रिजर्व होने पर वो आइमा से चुनाव लड़ना चाहते थे पर उन्हें टिकट से महरूम कर दिया गया है , राजनैतिक समझ रखने वालो का कहना है की सोनी को साइडलाइन करने के पीछे त्रिलोक और शांता दोनों खेमो का हाथ है , इस मामले में ये दोनों खेमे एक नाव अपर सवार कहे जा सकते है। संजीव सोनी पूर्व मंत्री रविंद्र रवि के खासमखास माने जाते है , रवि बेशक देहरा या थुरल से चुनाव लड़ते रहे है परन्तु उनका निवास पालमपुर के आइमा वार्ड में ही है।

कांग्रेस के लिए सबसे ज्यादा सरदर्दी बंदला वार्ड से है जहाँ अधिकृत प्रत्याशी विजय भट्ट के मुकाबले कांग्रेस विचारधारा वाले बेनी प्रसाद भरमौरिया भी निर्दलीय किस्मत आजमा रहे है। कुछ लोगो का कहना है भरमौरिया त्रिलोक कपूर के समर्थन से ही मैदान में हैं ताकि कांग्रेस को चोट पहुंचे परन्तु कुछ लोग यह भी मानते है भट्ट और बेनी प्रसाद भरमौरिया की धर्मपत्नी बंदला पंचायत से पहले भी चुनाव में आमने सामने रही है खुद बेनी प्रसाद निर्दलीय विधायकी का चुनाव लड़ चुके है तो यह कहना अतिश्योक्ति होगी की गद्दी भरमौरिया गद्दी त्रिलोक के कहने पर मैदान में हैं।

चूँकि टिकट आबंटन की कमान भाजपा महामंत्री त्रिलोक कपूर ने ही संभाली थी , इसलिए विपिन परमार और अन्य नेता भी महज औपचारिकता के लिए प्रचार पर है अभी वो गर्मी जोश नहीं देखा गया है ऐसा भी कुछ लोगो का कहना है। त्रिलोक कपूर इंदु के राज्यसभा जाने के कारण पालमपुर से अपनी चुनावी राजनीति की शुरुआत करने के अनुसार पालमपुर नगर निगम में सक्रीय हुए हैं। हालंकि त्रिलोक कप्पूर और शांता कुमार की आपसी कटुता के इतिहास की चर्चा भी पालमपुर में जोरो पर हैं।

शांता कुमार इसलिए नगर निगम चुनाव में अभी तक मौनधारी है की त्रिलोक को यहाँ से कोई पॉजिटव एज न मिल पाए ऐसा भी गाहें बगाहें लोग कहते रहे। कमोबेश इसी एजेंडे के तहत रविंद्र रवि भी कोने में बैठकर इस चुनाव को देख रहे है क्योंकि बेशक कभी रवि त्रिलोक धूमल गुट का हिस्सा रहे थे परन्तु वर्तमान परिस्थिति में रवि जहाँ भाजपा में खुड्डे लाइन लगे है वहीँ त्रिलोक कपूर राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा के सहारे पार्टी संगठन में अहम् भूमिका में हैं। खुद रवि पालमपुर से चुनाव लड़ने की दिली इच्छा रखते हैं। इसी कड़ी में शांता के चेले दूलो राम और परवीन शर्मा भी है।

कुलमिलकर भाजपा के नेताओं की फ़ौज यहाँ अपने अपने समीकरणों पर इस चुनाव को देख रही है। जीत गए तो क्रेडिट किसे हारे तो ठीकरा किसे ?

हालंकि इन दोनों पार्टियों से इतर आम आदमी पार्टी भी इस चुनाव में मैदान में है। जिसके पास न किसी की छत्रछाया है न इतिहास। न्यूज़ वारियर टीम को आम आदमी पार्टी के भी अच्छे खासे समर्थक तबके की भी यहाँ संख्या मिली। वहीँ कुछ लोगो का मानना है कि आम आदमी पार्टी भी यहाँ किंग मेकर होने वाली है और चार से छै सीट निकाल सकती है। एक तबके का यह भी मानना है जैसे जैसे चुनाव नजदीक आएगा पार्टियों से ज्यादा चेहरो की काबलियत पर नतीजे तय होंगे।

जो होगा वो भविष्य के गर्भ में है परन्तु मुख्यमंत्री के दौरे से पहले जो तस्वीर नगर निगम पालमपुर के गणित की लोगो से रूबरू होकर न्यूज़ वारियर टीम ने पाई वो आपके सामने है। इसी चर्चा पर आप लोगो के कमेंट भी सादर आमंत्रित हैं। चुनाव से चंद रोज पहले क्या माहौल बनता है वो भी आपके सामने रखा जाएगा

 

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