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13 जून 2023
शिमला : हिमाचल प्रदेश की 75 प्रतिशत दृष्टिबाधित प्रतिभा ठाकुर का चयन कॉलेज कैडर में सहायक प्रोफेसर (राजनीति विज्ञान) के पद पर हुआ है। यह सफलता हासिल कर वह हिमाचल के युवाओं व अन्य दिव्यांग बच्चों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनी हैं । प्रतिभा प्रदेश विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में पीएचडी की छात्रा हैं ।
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सामाजिक कार्यकर्ता होने के साथ हैं नियमित रक्तदाता
स्वयंसेवी संस्था उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में विकलांगता मामलों के नोडल अधिकारी प्रो. अजय श्रीवास्तव ने बताया कि पतिभा मंडी के गांव मटाक, डाकघर- तरनोह की रहने वाली हैं यह बहुत ही प्रतिभाशाली छात्रा है। प्रतिभा प्रदेश विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में पीएचडी की छात्रा, सामाजिक कार्यकर्ता, रक्तदाता और कवि हैं । वह शिमला में उमंग फाउंडेशन के साथ जुड़कर सामाजिक कार्यों में हिस्सा लेती रही और कई वर्षों से नियमित रक्तदान भी कर रही हैं।
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दिव्यांगता को कभी बाधा नहीं माना
उन्होंने बताया कि उन्हें पीएचडी के लिए नेशनल फैलोशिप भी मिली है। अपनी दिव्यांगता को उन्होंने कभी भी राह में रुकावट नहीं समझा और हमेशा सभी परीक्षाएं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कीं। प्रतिभा ठाकुर के पिता खेमचंद्र शास्त्री मंडी में पत्रकार और मां सविता कुमारी सरकारी अध्यापिका हैं। उन्होंने मंडी कॉलेज से राजनीति विज्ञान में एमए और बीएड किया।
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कई पुरस्कार कर चुकी हैं हासिल
‘हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में महिलाओं का मतदान व्यवहार’ विषय पर डॉ महेंद्र यादव के निर्देशन में पीएचडी कर रही है। बचपन से ही वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर प्रतिभा कई पुरस्कार प्राप्त किए हैं। प्रतिभा ठाकुर ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और उमंग फाउंडेशन दिया है । उसका कहना है कि यदि उनसे कदम कदम पर सहयोग नहीं मिला होता तो वह आज यह मुकाम हासिल नहीं कर पाती ।