मंडी लोकसभा में मुकाबला सहानुभूति (प्रतिभा सिंह) Vs राष्ट्रवाद ( रि. ब्रिगेडियर खुशाल सिंह)
मंडी – हिमाचल प्रदेश में चुनावों में भाजपा और कांग्रेस की तरफ से प्रत्याशियों के नाम का इंतजार अब खत्म हो गया है। लंबी जद्दोजहद के बाद अब भाजपा द्वारा मंडी संसदीय सीट से प्रत्याशी का नाम घोषित कर दिया गया है। भाजपा की तरफ से मंडी संसदीय सीट से कारगिल हीरो रिटायर्ड ब्रिगेडियर खुशाल सिंह को मैदान में उतारा गया है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह चुनावी मैदान में है।
भाजपा प्रत्याशी ब्रिगेडियर खुशाल सिंह मंडी जिला के द्रग विधानसभा क्षेत्र से संबंध रखते हैं उनका जन्म 9 सितंबर 1954 को नगवाईं गांव में हुआ है। आपको बता दें कि उनके नेतृत्व वाली 18 ग्रेनेडियर ने टाइगर हिल और तोलोलिंग पर विजय पताका फहराया था। इसके साथ-साथ कारगिल युद्ध में भी जीत का रास्ता भी इनके द्वारा तैयार किया गया था। ब्रिगेडियर की शिक्षा की बात करें तो उन्होंने स्नातक की पढ़ाई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से की तथा उसके बाद इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ ह्यूमन राइट्स दिल्ली से मानवाधिकार में डिप्लोमा प्राप्त किया। आपको बता दें कि उनके परिवार से इनका बेटा की भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर कार्यरत है।
वहीं दूसरी तरफ मंडी संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय चुनावी मैदान में है प्रतिभा सिंह पहले भी मंडी संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुकी हैं 2004 में स्थित है 94,000 से अधिक मतों से जीती थी। लेकिन 2014 में प्रतिभा सिंह को इसी सीट से हार का सामना करना पड़ा था। आपको बता दें कि मंडी संसदीय सीट में 17 विधानसभा क्षेत्र शामिल है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह जिला होने के कारण यहां से मुख्यमंत्री प्रतिष्ठा पर भी सवाल बन गया है क्योंकि कांग्रेस इस सीट के लिए पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के नाम से चुनावी मैदान में उतरी है और सहानुभूति प्राप्त करके अपने लिए जीत का रास्ता तैयार कर रही है।