एनसीसी हुआ अब इलेक्टिव कोर्स यूजीसी ने दिया विश्वविद्यालयो को निर्देश -: पढ़ें पूरी खबर
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी भारतीय विश्वविद्यालयों को नेशनल कैडेट कॉर्प्स (एनसीसी) को जनरल इलेक्टिव क्रेडिट कोर्स (जीईसीसी) के तौर पर शामिल करने के निर्देश जारी किये हैं। आयोग द्वारा वीरवार, 15 अप्रैल 2021 को जारी नोटिस के अनुसार यूजीसी ने एनसीसी महानिदेशालय से प्राप्त अनुशंसा के आधार पर एनसीसी के जारी किये गये सिलेबस को 24 क्रेडिट के माध्यम से कुल 6 सेमेस्टर में छात्रों को कोर्स चुनने के दौरान उपलब्ध कराया जाएगा। इस कोर्स को चुनने वाले छात्रों को सफलता पूर्वक ट्रेनिंग करने पर क्रमश: एनसीसी ‘बी’ और फिर एनसीसी ‘सी’ सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। बता दें कि एनसीसी कर चुके उम्मीदवारों को उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिले के साथ-साथ रोजगार प्रोत्साहन के साथ-साथ केंद्र की और विभिन्न राज्यों की सरकारी नौकरियों में लाभ दिये जाते हैं।
इन लाभ की राज्यवार सूची देखने के लिए नीचे दिये गये आधिकारिक नोटिस के लिंक पर जाएं।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) से प्रेरित है कदम
यूजीसी द्वारा जारी अपडेट के अनुसार एनसीसी को विश्वविद्यालयों में जनरल इलेक्टिव क्रेडिट कोर्स के तौर पर उपलब्ध कराने का निर्णय नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों से प्रेरित हैं। बता दें कि एनईपी 2020 में स्नातक और उच्चतर स्तरीय पाठ्यक्रमों में ‘च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस)’ को लागू किये जाने का सुझाव दिया गया है, जिसके अंतर्गत स्टूडेंट्स को विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित कोर्स/विषय पढ़ने की बजाय अपने पसंद के विषय/कोर्स को चुनने की छूट दी जाएगी। स्टूडेंट्स को इन विषय/कोर्स को पूरा करने पर क्रेडिट जारी किया जाएगा और पूरे पाठ्यक्रम के लिए निर्धारित क्रेडिट की संख्या पूरे करने पर डिग्री दी जाएगी।
एनसीसी के लिए 6 सेमेस्टर में 24 क्रेडिट
एनईपी 2020 के सीबीसीएस के अनुसार ही एनसीसी महानिदेशालय द्वारा एनसीसी के बी और सी सर्टिफिकेट के सिलेबस को विश्वविद्यालयों में 6 सेमेस्टर में कुल 24 क्रेडिट के अनुसार डिजाइन किया गया है। आधिकारिक अपडेट के अनुसार पहले दो सेमेस्टर में कुल 4 क्रेडिट, तीसरे और चौथे सेमेस्टर में कुल 10 क्रेडिट और पाचवें एवं छठें सेमेस्टर में भी कुल 10 क्रेडिट आवंटित किये गये हैं।