वोट नहीं श्रद्धांजलि पर सियासत : लाश की राजनीति, परिवार का संस्कार है, विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने विक्रमादित्य सिंह को कहा “ राजनीतिक गिद्ध ”
शिमला, 6 अक्टूबर 2021
उपचुनाव का डंका बजते ही हिमाचल प्रदेश में सियासी संग्राम शुरू हो गया है। कल कांग्रेस ने मंडी लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह का नाम तय किया, जिसके बाद विधायक विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट किया जिसमें वीरभद्र सिंह की फोटो के साथ लिखा था “वोट नहीं श्रद्धांजलि”
सोशल मीडिया पर लोगों ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। लोगों ने विक्रमादित्य सिंह को ट्रोल करना शुरू कर दिया। वहीं विधानसभा उपाध्यक्ष हंस राज ने तो ये तक कह दिया कि लाश पर राजनीति परिवार का संस्कार है। विक्रमादित्य सिंह को कहा राजनीतिक गिद्ध।
दरअसल इन दोनों में सियासी जंग हमेशा से चलती आ रही है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद हंस राज ने एक पोस्ट कर दी थी जिस पर विक्रमादित्य सिंह ने कहा था कि विधायक श्री हंसराज के घर में संस्कारों की कमी लगती है हमारी संवेदनाएं। आज हंस राज ने उसका उत्तर भी दे दिया। उक्त बयान का पलटवार करते हुए डॉ हंस राज ने एक पोस्टर साझा किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि ‘लाश की राजनीति’ परिवार का संस्कार है..
#राजनीतिक_गिद्ध
गरीब एक वक्त की रोटी कम खाता है संस्कार जरूर देता है:
मैं एक नल फिटर का बेटा हूं,, गरीब आदमी एक वक्त की रोटी कम खाता है लेकिन अपने बच्चों को संस्कार और शिक्षा जरूर देता है….जब श्रद्धांजलि देने की बात थी तब कोरोना काल होने के बावजूद आम जनता समेत पूरा भाजपा परिवार उनके साथ खड़ा था। आज चुनाव सामने आए तो परिवार के संस्कार सामने आ गये। पिता की लाश पर राजनीति करने लग गए हैं।
सोनिया नहीं पहुंची मिलने, धूमल ने दिया संस्कार का परिचय:
उन्होंने कहा कि कांग्रेस चीफ सोनिया गांधी शिमला में हफ़्तों रह कर गईं लेकिन श्रधांजलि देने आपके घर नहीं पहुंची। लेकिन धूमल जी और अनुराग जी के ये संस्कार थे कि आपके घर पहुंच आपकी शोक में भागीदार बने।