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7 फरवरी 2023
मंडी : वर्चुअल वर्ल्ड में साइबर क्राइम की घटनाएं तेजी से बढ़ रही है। साइबर ठग टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग नए-नए हथकंडे अपना कर हजारों लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं । साइबर अपराध की घटनाओं से हिमाचल भी अछूता नहीं रह गया है। हिमाचल प्रदेश में भी पिछले कुछ सालों से साइबर अपराध की घटनाओं में इजाफा हुआ है।
प्रदेश के सभी जिलों में चलाया जाएगा यह प्रोजेक्ट
हेल्प एज इंडिया द्वारा साइबर क्राइम के बारे में जागरूक करने के लिए पूरे भारतवर्ष में एक प्रोजेक्ट लॉन्च किया गया है। इसी कड़ी में जिला मंडी में भी यह संस्था इन दिनों वरिष्ठ नागरिकों को साइबर क्राइम के बारे में जागरूक करने में लगी हुई है।मंगलवार को हेल्प एज इंडिया संस्था द्वारा वरिष्ठ नागरिक कल्याण भवन मंडी में वरिष्ठ नागरिकों को साइबर क्राइम के बारे में कई अहम जानकारियां दी गई हैं ।
इस मौके पर हेल्प एज इंडिया संस्था प्रोजेक्ट समन्वयक अजय कुमार ने बताया कि पूरे भारतवर्ष में साइबर क्राइम के मामले बढ़ गए हैं। संस्था द्वारा 50 हजार वरिष्ठ नागरिकों को हेल्प एज इंडिया डिजिटल सेफ्टी प्रोजेक्ट के जरिए साइबर क्राइम से बचने के लिए जानकारी मुहैया करवाई जाएगी। हिमाचल के 12 जिलों में इस प्रोजेक्ट को चलाया जाएगा और शहर से लेकर गांव तक सभी वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस जागरूकता शिविर के दौरान वरिष्ठ नागरिकों में भी काफी उत्साह देखने को मिल रहा है।
बुजुर्ग व महिलाएं हो रहे साइबर क्राइम का शिकार
बीते 5 सालों से हिमाचल में 18 हजार के लगभग साइबर अपराध की शिकायतें प्राप्त हुई है, जिनमें 50 फ़ीसदी धोखाधड़ी से संबंधित है। साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले शातिर बच्चे, बुजुर्ग व महिलाएं को अपना शिकार बनाते हैं। साइबर अपराधों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए जहां सरकारों द्वारा कई कोशिशें की जा रही है। वहीं, अब सामाजिक संस्थाएं भी इन अपराधों के बारे में लोगों को जागरूक कर रही हैं।