THE NEWS WARRIOR
22 /11 /2022
दवाई न खाने की जिद्द कर रही थी बच्ची, मां की गोद में दवा खाते ही कर दी उल्टी, रोते-रोते ऐसे चुप हुई कि फिर न उठ पाई
मंडी:
सोमवार को राष्ट्रीय डीबामिंग डे के उपलक्ष्य में बच्चों को पेट के कीड़े मारने की दवाई खिलाने के दौरान भवारना के साथ लगती बारी पंचायत के चंजेहड़ आंगनबाड़ी केंद्र में तीन साल की बच्ची की मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को पूरे प्रदेश में हर आंगनबाड़ी व स्कूलों में बच्चों के पेट के कीड़े मारने की दवाई (अल्बेंडाजोल) खिलाई जा रही थी। इसी कड़ी में चंजेहड़ गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में रूटीन से दवाई खिलाई जा रही थी। वहां छोटी सी बच्ची की जिद्द दवाई न पीने की थी, जैसे कि अकसर बच्चों में होती है। इसलिए साथ में बच्ची की मां भी उसे दवाई पिला रही थी।
रोते-रोते ऐसे चुप हुई कि कभी बोल ही नहीं पाई
जानकारी के अनुसार बच्चे को दवाई पिलाने के उपरांत उसने उल्टी कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दवाई पिलाने के समय बच्ची रो रही थी और रोते-रोते ऐसे चुप हुई कि कभी बोल ही नहीं पाई। आनन फानन में बच्ची सिविल अस्पताल भवारना में उपचार के लिए लाई गई। परंतु डाक्टरों ने धड़कन बंद होने के कारण उसे मृत घोषित कर दिया। सिविल अस्पताल भवारना के शिशु रोग विशेषज्ञ डा. वरुणा ने बताया कि जब इस बच्ची को अस्पताल में लाया गया तो उसकी धड़कन न होने के कारण वह ब्राउट डैड ही थी तथा तमाम कोशिशों के उपरांत उसका सीपीआर भी किया गया, लेकिन वो रिवाइव नहीं हो पाई।
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