THE NEWS WARRIOR
17 /11 /2022
बिलासपुर एम्स की बात करें तो रोजाना सभी विभागों की यहां पर 600 से ज्यादा की ओपीडी हो रही है। इनमें मेडिसिन विभाग की सबसे अधिक ओपीडी 200 के करीब होती है। वहीं नेफ्रोलॉजी, ऑर्थो, स्किन, सर्जरी, ईएनटी व अन्य मुख्य विभागों में भी रोजाना 60-70 मरीज पहुंचते हैं। मेडिसिन विभाग में जांच के लिए मरीजों को एक से दो सप्ताह तक का समय पहले लेना पड़ रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि बिलासपुर जिले में कहीं भी मेडिसिन विशेषज्ञ नहीं है। सर्दी जुकाम वाले मरीजों को भी एम्स की ओर रुख करना पड़ रहा है। ऐसे में एम्स के चिकित्सकों काम बढ़ गया है।
अगर जिला अस्पताल में एमडी मेडिसिन की नियुक्ति हो जाती है तो एम्स के चिकित्सक विशेष मरीजों को जल्द समय दे पाएंगे। लेकिन फिलहाल ऐसा कुछ होता दिखाई नहीं दे रहा है।
एम्स बिलासपुर में आपातस्थिति की सभी सुविधाएं लगभग पूरी हो चुकी हैं। इनमें कॉर्डियोलॉजी विभाग की सेवाएं, सीटी स्कैन, एमआरआई प्रमुख हैं। आईपीडी शुरू न होने से पहले लोगों को इन स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए टांडा, शिमला,नेरचौक और पीजीआई जाना पड़ता था। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एम्स के लोकार्पण के बाद यहां पर करीब 300 से ज्यादा मरीज भर्ती हो चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा मेडिसिन विभाग के ही मरीज शामिल हैं।