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बिलासपुर – खड्डों में हो रहे अवैध खनन को रोकने में अधिकारी नाकाम
बरठीं बिलासपुर।
बिलासपुर की खड्डों में हो रहे अवैध खनन को रोकने में संबंधित अधिकारी नाकाम रहे हैं। अवैध खनन रोकने के लिए अधिकारी कार्रवाई के नाम पर मात्र चालान काटते हैं, जो इसके लिए काफी नहीं है। चालान भरकर खनन करने वाले फिर से अपने काम में जुट जाते हैं। कई विभागों को खनन रोकने की शक्तियां दी गई है, लेकिन विभागीय अधिकारी इन शक्तियों का उपयोग नहीं कर रहे हैं। विकासखंड झंडुत्ता की ग्राम पंचायत मलागण के गांव जोहड़ की शुक्र खड में भी खनन माफिया खड्डों का सीना छलनी करने में लगे हुए हैं वही एक क्रशर लगा हुआ है जो दिन रात खडों से रेता बजरी व पत्थर उठाने में मशगूल है और विभाग आंखें मूंदकर तमाशा देख रहा है
ग्रामीणों महिपाल सिंह, विजय सिंह व सुखदेव सिंह सहित अन्य लोगों ने बताया की शुक्र खड्ड व उसके साथ में लगती भूमि में से भी विभाग की मिलीभगत से अवैध खनन किया जा रहा है जिस कारण शुक्र खड की गहराई लगातार बढ़ती जा रही है उन्होंने बताया खनन माफियाओं ने रात के अंधेरे में खडों खनन करके लगभग 5 से 6 फुट के गहरे गड्ढे बना दिए हैं जिससे उनकी उपजाऊ भूमि को भी खतरा बना हुआ है उन्होंने बताया जब उनको अवैध खनन करने से मना करते हैं तो है जान से मारने की धमकियां देते हैं उन्होंने विभागों की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा कि विभागों की मिलीभगत से ही यह खडों से अवैध खनन कर रहे हैं
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उन्होंने बताया कि उन्होंने अवैध खनन की शिकायत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1100 नंबर पर भी की थी लेकिन वह भी नाकामयाब सिद्ध हुई है उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित होने के बावजूद खड्डों से रेत, बजरी व पत्थर निकाले जा रहे हैं। इससे न केवल खड्डों का अस्तित्व खतरे में है बल्कि दर्जनों पेयजल व सिंचाई योजनाएं भी प्रभावित हो रही है। इससे पुलों को भी खतरा पैदा हो गया है, लेकिन खनन माफिया बेधड़क अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। यदि समय रहते अवैध खनन पर लगाम नहीं लगाई गई तो खड्डों के किनारे बसे गांव के लोगों को इसका अंजाम भुगतना पड़ सकता है। यह नदी नाले बरसात में अपना रूख मोड़कर ग्रामीण क्षेत्रों में तबाही ला सकते हैं।
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सरकार ने विभिन्न विभागों के लगभग 40 कैटेगिरी के अधिकारियों व कर्मचारियों को चालान की शक्तियां दी है। इनमें बीडीओ, वन विभाग, आईपीएच, लोनिवि, प्रशासनिक अधिकारी, खनन विभाग आदि शामिल हैं, लेकिन खनन और पुलिस विभाग के अलावा कोई विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा जिस कारण खनन माफियाओं के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
चालू वर्ष में जिला में माईनिंग व पुलिस विभाग की ओर से करीब 120 चालान कर 4 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया है। इस संदर्भ में सहायक खनन अधिकारी भूपेंद्र सिंह वह खनन रक्षक जसवीर सिंह ने बताया कि उन्होंने लगभग 50 चालान किए हैं जिनमें 8 चालान मात्र जोहड़ के खनन माफियाओं पर किए हैं उन्होंने बताया कि गत दिनों एक लाख का जुर्माना भी उन्होंने एक खनन माफिया पर किया है उधर थाना प्रभारी तलाई कर्म सिंह ठाकुर ने बताया कि खनन माफियाओं को रोकने के लिए वह मुस्तैदी से कार्य कर रहे हैं अब तक चालू वर्ष में उन्होंने लगभग 70 चालान कर खनन माफियाओं से जुर्माना वसूला है जबकि अन्य विभागों ने कोई कार्रवाई नहीं की है।